Ye Hai Mera Hindustan Mere Sapno Ka Jahaan
ये है मेरा हिंदुस्तान मेरे सपनो का जहान।-ज़ुबैर रिज़वी
ये है मेरा हिंदुस्तान मेरे सपनो का जहान इससे प्यार मुझको।
हस्ता-गाता जीवन इसका धूम मचाते मौसम,
हस्ता-गाता जीवन इसका धूम मचाते मौसम,
गंगा-जमना की लहरों में सात सुरों के सरगम,
ताज के नूराधर से सुंदर तस्वीरों के मंज़र,
ये है मेरा हिंदुस्तान मेरे सपनो का जहान इससे प्यार मुझको।
दिन अलबेले,रातें इसकी मस्ती की सौदागर,
दिन अलबेले,रातें इसकी मस्ती की सौदागर
धरती जैसे टूट रही हो दूध की कच्ची गागर,
ऊँचे-ऊँचे पर्वत इसके,नीले-नीले सागर,
ये है मेरा हिंदुस्तान मेरे सपनो का जहान इससे प्यार मुझको।
बादल झूमे,बरखा बरसे,पवन झकोले खाए,
बादल झूमे,बरखा बरसे,पवन झकोले खाए,
धरती के फैले आगन में यूं खेती लहराए ..
जैसे बच्चा माँ की गोद में रह-रह के मुस्काए ....
ये है मेरा हिंदुस्तान मेरे सपनो का जहान इससे प्यार मुझको।
राधा,सीता,चंदर गाये,गाये इंदुबाल,
राधा,सीता,चंदर गाये,गाये इंदुबाल,
नैनो में काजल के डोरे,सुर्ख गुलाबी गाल,
जुल्फों की वो छायां जैसे शिमला-नैनीताल,
ये है मेरा हिंदुस्तान मेरे सपनो का जहान इससे प्यार मुझको।
राजा-रानी,गुड्डा-गुड्डी और परियों की कहानी,
राजा-रानी,गुड्डा-गुड्डी और परियों की कहानी,
बच्चों के झुरमुठ में सुनाए बैठ के बुड़ी नानी,
लोरी गाए,माथा चूमे ममता की दीवानी,
ये है मेरा हिंदुस्तान मेरे सपनो का जहान इससे प्यार मुझको।
ये ग़ज़ल एक मशहूर उर्दू शायर "ज़ुबैर रिज़वी" ने लिखी है,जो मैंने अपने बचपन में अपने पिता सेसुनी थी,मगर इंटरनेट पर बहुत तलाश करने के बाद भी ज़ुबैर रिज़वी की ये रचना मुझे नहीं मिली,केवल इसकी एक विडियो मिली जो में निचे दे रहा हूँ,ज़ुबैर रिज़वी के बारे में भी ज़्यादा जानकारी नहीं मिली।आप को कुछ जानकारी हो तो ज़रूर बताएं।
Good one, keep writing!
ReplyDeleteThanks Vinay, I will work hard to be consistent and likable.
ReplyDeleteZubair Rizvi Peer Zada Amroha Utter pardesh ke Rehne wale hai aur mere Chacha hai. TARIQ RIZVI
ReplyDeleteZubair Rizvi Peer Zada Amroha Utter pardesh ke Rehne wale hai aur mere Chacha hai. TARIQ RIZVI
ReplyDeleteZubair Rizvi has left for his heavenly abode today..he will continue to live in his poetry and in this geet which made him famous all over the country..
ReplyDeleteAjmalsultanpuri.mashoor shair.aap ne bhi.isunwan per ek geet likha hai.
ReplyDeleteYe hai mera hindustaan mere sapno ka jahaan jisse pyar mujhko.
Pakde gaye iran main jimmy carter ke jasoos.
Briznez ko har afghani kehta hai manhoos.
Indraji ko dono pyare amerika aur roos.
Ye hai mera hindustaan mere sapno ka jahaan jisse pyar mujhko.