Meri Keemat(My Value)
Meri Keemat( My Value)
मेरी कीमत अगर पूछो ज़माने के बाज़ारों में ,
तेरी क़दमों की खाक भी बिकेगी मुझसे बेहतर ही .
भलाई, सच्चाई ,प्यार का कोई मोल क्या होगा ,
यह वोह दौलत है जो रख्खें हैं चंद हमसे ही .
If you ask my value in markets of the world,
Dust of your foot will be sold better than me,
Goodness,truthfulness,love,faithfulness,doesn't hold any value,
These are things kept by few like me.
हमें रुस्वाइयाँ प्यारी ,हमें धिक्कार का क्या ग़म
हर दौर में हासिल हुई हमें तन्हाई ही .
Ignorance is dear to us,rudeness we don't care,
We have only earned loneliness in every period.
अश्क छलका कर आखिर क्या करें हासिल ,
न ग़म आये नज़र तो बस रोलेतें हैं दिल में ही .
What to get by shedding tears,
When pain is not visible,we weep only in heart.
इबादत उस खुदा की अब मुझसे नहीं होती ,
जो बस देखा किये है सब मुझसे छिनते ही .
I can't pray to that God any more,
Who has seen me lose every thing
मेरा गर मोल करना हो तो कुछ ऐसी नज़र लाओ ,
देख सकती हो जो दुनिया में शराफत भी।
If you want to value me than bring those eyes,
which can see honesty and decency in this world.
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